गुलज़ार साहब के लिखें हुए दिल को छू जाने वाले गाने, नज़्में, शायरिया, ग़ज़लें, रोमांटिक कोट्स आज भी हर किसी के होठों पर हमेशा रहते हैं, वही गुलज़ार साहब आज भी अपने शब्दों के जादू से सब के दिलो पर राज कर रहे हैं। आज हम आपके लिए लाये हैं उन्ही के लिखें कुछ कोट्स, शायरी, ग़ज़लें और भी बहुत कुछ:
गुलज़ार साहब के कुछ कोट्स और शायरी
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैंGulzar Sahab
अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैंGulzar Sahab
इतना क्यों सिखाई जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहांGulzar Sahab
थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो हैGulzar Sahab
मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूंGulzar Sahab
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलो पर चल होगाGulzar Sahab
सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत हैGulzar Sahab
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैंGulzar Sahab
गुलजार की दो लाइन शायरी
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होतीGulzar Sahab
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैंGulzar Sahab
गुलज़ार साहब की शायरी का वीडियो देखें:
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईंGulzar Sahab
घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सकेGulzar Sahab
कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियेंGulzar Sahab
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती
जब तक ख़ुद पर ना गुजरेGulzar Sahab
शायर बनना बहुत आसान हैं
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिएGulzar Sahab
गुलजार दोस्ती and Love शायरी
वो चीज़ जिसे दिल कहते हैं,
हम भूल गए हैं रख के कहींGulzar Sahab
तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहींGulzar Sahab
कभी तो चौक के देखे वो हमारी तरफ़,
किसी की आँखों में हमको भी वो इंतजार दिखेGulzar Sahab
कैसे करें हम ख़ुद को
तेरे प्यार के काबिल,
जब हम बदलते हैं,
तो तुम शर्ते बदल देते होGulzar Sahab
किसी पर मर जाने से होती हैं मोहब्बत,
इश्क जिंदा लोगों के बस का नहींGulzar Sahab
तन्हाई की दीवारों पर
घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे,
कोई किसी को भूल रहा हैंGulzar Sahab
शोर की तो उम्र होती हैं
ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैंGulzar Sahab
वक्त रहता नहीं कही भी टिक कर,
आदत इसकी भी इंसान जैसी हैंGulzar Sahab
हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते,
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करतेGulzar Sahab
दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा,
इसका शायद कोई हल नहीं हैंGulzar Sahab
गुलज़ार शायरी इन हिंदी
एक बार तो यूँ होगा, थोड़ा सा सुकून होगा
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगाGulzar Sahab
लकीरें हैं तो रहने दो
किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी
उन्ही को अब बनाओ पाला, और आओ कबड्डी खेलते हैंGulzar Sahab
छोटा सा साया था, आँखों में आया था
हमने दो बूंदों से मन भर लियाGulzar Sahab
सामने आया मेरे, देखा भी, बात भी की
मुस्कुराए भी किसी पहचान की खातिर
कल का अखबार था, बस देख लिया, रख भी दियाGulzar Sahab
बेहिसाब हसरते ना पालिये
जो मिला हैं उसे सम्भालियेGulzar Sahab
गुलजार हिंदी कविता
आदमी बुलबुला है पानी का
और पानी की बहती सतह पर टूटता भी है, डूबता भी है,
फिर उभरता है, फिर से बहता है,
न समंदर निगला सका इसको, न तवारीख़ तोड़ पाई है,
वक्त की मौज पर सदा बहता आदमी बुलबुला है पानी का।Gulzar Sahab
बीच आसमाँ में था
बात करते- करते ही
चांद इस तरह बुझा
जैसे फूंक से दिया
देखो तुम….
इतनी लम्बी सांस मत लिया करोGulzar Sahab
सूरज झांक के देख रहा था खिड़की से
एक किरण झुमके पर आकर बैठी थी,
और रुख़सार को चूमने वाली थी कि
तुम मुंह मोड़कर चल दीं और बेचारी किरण
फ़र्श पर गिरके चूर हुईं
थोड़ी देर, ज़रा सा और वहीं रूकतीं तोGulzar Sahab
आओ तुमको उठा लूँ कंधों पर
तुम उचकाकर शरीर होठों से चूम लेना
चूम लेना ये चाँद का माथा
आज की रात देखा ना तुमने
कैसे झुक-झुक के कोहनियों के बल
चाँद इतना करीब आया हैGulzar Sahab
Gulzar Quotes on Friendship
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैंGulzar Sahab
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैंGulzar Sahab
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तकGulzar Sahab
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आयाGulzar Sahab
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरताGulzar Sahab
Gulzar Quotes, Shayari on Love in Hindi
समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना होGulzar Sahab
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगेGulzar Sahab
जिंदगी के ऊपर ग़ुलज़ार शायरी
टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँ
में फिर से निखार जाना चाहता हूँ
मानता हूँ मुश्किल हैं…
लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँGulzar Sahab
बिगड़ैल हैं ये यादे
देर रात को टहलने निकलती हैंGulzar Sahab
सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम
कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते हैंGulzar Sahab
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैंGulzar Sahab
मैंने मौत को देखा तो नहीं
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं
जीना ही छोड़ देता हैंGulzar Sahab
उन्हें ये जिद थी कि हम बुलाये
हमें ये उम्मीद थी कि वो पुकारे
हैं नाम होंठो पे अब भी लेकिन
आवाज में पड़ गयी दरारेGulzar Sahab
गुलज़ार दिल से कोट्स
आदतन तुम ने कर दिए वादे
आदतन हम ने ऐतबार किया
तेरी राहो में बारहा रुक कर
हम ने अपना ही इंतज़ार किया
अब ना मांगेंगे जिंदगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार कियाGulzar Sahab
पलक से पानी गिरा है,
तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना,
पिंघल रही होगीGulzar Sahab
बहुत मुश्किल से करता हूँ,
तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता हैGulzar Sahab
कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुरानाGulzar Sahab
ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की… और कहना कि
कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाश
उनके आँचल का इंतज़ार करती हैGulzar Sahab
बहुत अंदर तक जला देती है,
वो शिकायतें जो बयाँ नही होतीGulzar Sahab
मैंने दबी आवाज़ में पूछा – “मुहब्बत करने लगी हो?”
नज़रें झुका कर वो बोली – “बहुतGulzar Sahab
Gulzar Sahab Best Poetry
तेरी यादों के जो आखिरी थे निशान,
दिल तड़पता रहा, हम मिटाते रहे…
ख़त लिखे थे जो तुमने कभी प्यार में,
उसको पढते रहे और जलाते रहेGulzar Sahab
कहू क्या वो बड़ी मासूमियत से पूछ बैठे है ,
क्या सचमुच दिल के मारों को बड़ी तकलीफ़ होती है
तुम्हारा क्या तुम्हें तो राहे दे देते हैं काँटे भी ,
मगर हम खांकसारों को बड़ी तकलीफ़ होती हैGulzar Sahab
गुलज़ार लाइफ कोट्स हिंदी
देखो, आहिस्ता चलो, और भी आहिस्ता ज़रा
देखना, सोच-सँभल कर ज़रा पाँव रखना,
ज़ोर से बज न उठे पैरों की आवाज़ कहीं.
काँच के ख़्वाब हैं बिखरे हुए तन्हाई में,
ख़्वाब टूटे न कोई, जाग न जाये देखो,
जाग जायेगा कोई ख़्वाब तो मर जाएगाGulzar Sahab
शब्द नए चुनकर कविता हर बार लिखू
उन दो आँखों में अपना सारा प्यार लिखू
वो में विरह की वेदना लिखू या मिलन की झंकार लिखू
कैसे इन चंद लफ्जो में दोस्तों अपना सारा प्यार लिखूGulzar Sahab
ना दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं
ना पास रहने से जुड़ जाते हैं
यह तो एहसास के पक्के धागे हैं
जो याद करने से और मजबूत हो जाते हैंGulzar Sahab
एक सो सोलह चाँद की रातें
एक तुम्हारे कंधे का तिल
गीली मेहँदी की खुश्बू
झूठ मूठ के वादे
सब याद करादो, सब भिजवा दो
मेरा वो सामान लौटा दोGulzar Sahab